सही बाती पाश्चर का असर केवल शरीर पर ही नहीं बल्कि मां और मनोविज्ञान पर भी पड़ता है खराब बॉडी पाश्चर से जहां मांसपेशियों जोड़ो और शारीरिक ढांचे को नुकसान पहुंचता है वहीं इससे पाचन से जुड़ी समस्याएं और फेफड़ों की क्षमता में कमी तक हो सकती है शोध बताते हैं। कि खराब बॉडी पाश्चर का मनोवैज्ञानिक असर भी होता है सही बॉडी पास्चर से जहां आत्मविश्वास बढ़ता है तनाव कम होता है वहीं जहां आप झुक कर बैठते या चलते हैं। तो चिंता या उदासी बढ़ती है ऐसे में पास्चर का सही होना शारीरिक और मानसिक सेहत दोनों के लिए जरूरी है।
खराब पाश्चर का प्रभाव मांसपेशियां सख्त हो जानालंबे समय तक झुक कर बैठने से रीड की हड्डी पर दबाव पड़ता है, जिससे पीठ और गर्दन में दर्द होता है। साथ ही छाती और कंधों के आसपास की मांसपेशियां सख्त हो जाती हैं। इससे आपका संतुलन बिगड़ सकता है खास बात यह है कि यहां समस्या केवल लंबे समय तक बैठकर काम करने से ही नहीं गेम खेलने वह स्मार्टफोन चलाने से भी हो सकती है।
सही पाश्चर का असर सकारात्मकता बढ़ानासाइकोलॉजी मैगजीन में प्रकाशित शोध बताता है की तनावपूर्ण परिस्थितियों में भी जब आप सही शारीरिक अवस्था में रहते हैं तो आपके अंदर अधिक प्रकार सकारात्मक भावना उपस्थित हैं भावनाएं उपजाती हैं। लचीलापन बढ़ता है नियमित रूप डिप ब्रीडिंग भी पाश्चर ठीक करने में मददगार होता है।
पाश्चर को ठीक करते हैं यह तीन तरीकेआजकल ज्यादातर लोग ऑफिस के काम के लिए लैपटॉप और कंप्यूटर के सामने घंटों तक बैठे रहते हैं। इसकी वजह से न सिर्फ पीठ और कमर दर्द, बल्कि खराब बॉडी पॉश्चर की समस्या का भी सामना करना पड़ता है। वहीं, कुछ लोगों की आदत होती है कि वे झुककर चलते हैं, जिसके कारण उनका पेट और कमर का हिस्सा बाहर की ओर निकला हुआ नजर आता है। खराब पोस्चर के कारण न केवल आपकी पर्सनालिटी प्रभावित होती है, बल्कि कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। ऐसे में, अगर आप भी अपने बॉडी पॉश्चर को ठीक करना चाहते हैं, तो कुछ योग करें।
सही पाश्चर के लिए रोज कैट - काऊ स्ट्रेस करें हाथों व घुटनों के बाल फर्श पर आकर सांस छोड़ते हुए सर को छाती की तरफ ले आए कमर को गोल आकार में करें इसके बाद सांस लेते हुए सर को छत की तरफ ले जाएं। कमर फर्श की तरफ लाइन इसे क्षमता के अनुसार दोहराएं।
चेस्ट ओपनर अभ्यासदरवाजे के पास खड़े हो अपने हाथों को दोनों तरफ रखें और छाती और कंधों को स्ट्रेस करें के लिए धीरे से आगे की और धकेलें।
आंखों के स्तर पर हो स्क्रीनकंप्यूटर या लैपटॉप स्क्रीन को आंखों के स्तर पर रखें पैरों को फर्श पर सपाट रखें और कमर के सहारे वाली कुर्सी का उपयोग करें।